पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में बड़ा सियासी भूचाल देखने को मिला, जब BJP के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष के यूपी के दौरे से बड़े बड़े नेताओं के चेहरे पे चिंता साफ देखी जा सकती थी । बता दे कि राष्ट्रीय महासचिव का जो पद होता है वो राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद दूसरा सबसे ताकतवर पद होता है और जब राष्ट्रीय महासचिव बी एल संतोष जैसा हो तो गलती करने पर आप उनसे दया की उम्मीद नही रख सकते। क्योंकि बी एल संतोष वो व्यक्ति है जिन्हें जो भी पद दिया गया उन्होंने अपनी मेहनत से उस पद की गरिमा को ही बढ़ाया और बी एल संतोष की सबसे बडी खास बात ये है कि वो कायकर्ताओं का चेहरा देख के बता सकते की ये कार्यकर्ता पार्टी के लिए फायदेमंद है या केवल एक मौका परस्त इंसान।
खैर बी एल संतोष के बारे में फिर कभी जानेगे
फिलहाल बात करते है योगी जी
ये बात किसी से छुपी नही है कि देश की जनता का एक बड़ा हिस्सा है जो भविष्य में योगी जी को प्रधानमंत्री के पद पर देखना चाहता है और ऐसे में जब पिछले दिनों यूपी का सियासी उठा पटक शांत हुआ तो उसका नतीजा ये निकला की योगी जी ही उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव में BJP की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे तो ऐसे में एक प्रश्न और उठता है कि अगर योगी जी 2022 का चुनाव जीत कर दोबारा मुख्यमंत्री बनते है तो क्या 2029 के लोकसभा चुनाव में BJP के तरफ से वो प्रधानमंत्री का चेहरा हो सकते है
तो दोस्तों इस प्रश्न का जवाब जाने उससे पहले जान लेते है कि और कौन से नेता है जो BJP की तरफ से PM पद के उम्मीदवार हो सकते है और योगी जी उन्हे पछाड़ पाएंगे या नही
तो सबसे पहला नाम
1) नितिन गडकरी और इनकी उपलब्धिया
i) संघ के करीबी
ii) सही मायने में विकास पुरुष
iii) विपक्ष की अधिकतर पार्टीयो से भी अच्छे संबंध
iv) जरूरत पड़ने पर अधिकतर मराठी वोट अपने तरफ कर सकते है
2) राजनाथ सिंह और इनकी उपलब्धिया
i) यूपी की राजनीति में अच्छी पकड़
ii) संघ के करीबी
iii) BJP में आज भी एक बड़ा गुट इनके समर्थन में
3) अमित शाह और इनकी उपलब्धिया
इनकी उपलब्धियों के बारे में बस इतना जानिए की पत्रकार राजदीप सरदेसाई, जो कि BJP के बड़े विरोधी के तौर पर जाने जाते है, वो कहते है कि :-
'लोग अमित शाह के बारे मे कुछ भी कहे लेकिन मैंने आज तक किसी ऐसे नेता को नही देखा जो इतने बड़े पद पर पहुँचने के बाद इतनी ज्यादा मेहनत करता हो'
राजदीप कहते है कि "वर्तमान समय मे ऐसा कोई भी नेता नही हैं जो अमित शाह के मैनेजमेंट को टक्कर दे सके"
और यदि हम अमित शाह के अन्य पार्टियों में संबंधों की बात करे तो अमित शाह कभी भी खुद की तरफ से किसी रिश्ते को खराब नहीं करते
जिसका नतीजा हमे तब देखने को मिला जब अमित शाह ने कश्मीर में BJP का महबूबा मुफ़्ती की पार्टी से गठबंधन करवा कर सरकार बना दी।
अमित शाह के पास एक और बड़ी उपलब्धि ये भी है कि नरेंद्र मोदी जी का आशीर्वाद हमेशा अमित शाह के साथ है। नरेंद्र मोदी उन्हें एक सगे भाई की तरह मानते है और अमित शाह ने मोदी के सामने खुद को साबित भी किया है और अभी पिछले दिनों जब CAA और धारा 370 का बिल पेश हुआ तो नरेन्द्र मोदी कुछ खास मौकों पर संसद में उपस्थित नही हुए ताकि अमित शाह खुल के खेल सके और उसका परिणाम भी मिला क्योंकि इतिहास में ये पहली बार हुआ बिल पेश करने वाले सत्ता पक्ष ने अपने जवाबो से विपक्ष का मुह ही बंद कर दिया
अब बात करते है योगी जी उपलब्धियों के बारे में
1) जब देश CAA और NRC के विरोध प्रदर्शनो में जल रहा था तब योगी जी का उत्तर प्रदेश अकेला राज्य था जो शांत था
2) उत्तरप्रदेश अकेला राज्य है जहाँ अपराधी अपराध नही बल्कि खुद ही सरेंडर कर देते है, वजह एक मात्र है - योगी जी का प्रशासन
3) जब यहाँ पे अपराध नही होता तो लोग सुरक्षित महसूस करते है जो कि जनता का योगी जी पे भरोसा बढ़ाता है
अब आप खुद आकलन कर लीजिए
यदि योगी जी किसी भी समीकरण से राजनाथ सिंह और गडकरी को पछाड़ देंगे तो उनका अगला सामना अमित शाह से होगा
आपको क्या लगता है कि योगी जी किसी भी तरह से अमित शाह को पछाड़ सकते है
यदि हाँ, तो योगी जी अगले प्रधानमंत्री बन सकते है
यदि नही, तो BJP अमित शाह के बजाय योगी जी को प्रधानमंत्री क्यो बनाएगी